J&K में एक शिक्षक को सर्विस से निकाला, जानिये क्यों?
J&K में एक शिक्षक को सर्विस से निकाला, जानिये क्यों? उन्होंने पढ़ा कि इस मामले की जांच सह-निदेशक (केंद्रीय) द्वारा की गई थी जिन्होंने गहन जांच की थी और रिपोर्ट दी थी कि नियुक्ति आदेश यह दर्शाता है कि यह उनके पक्ष में जारी किया गया था जो झूठा और जाली था और धोखेबाज ने इसमें प्रवेश कर लिया था। विभाग फर्जी नियुक्ति आदेश जारी कर रहा है।
‘इसलिए उन्होंने सार्वजनिक खजाने से अवैध वेतन आहरण करते हुए अधिकारियों को धोखा दिया।’
‘अपमानजनक प्रोफेसर ‘ने कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया और 10 जनवरी, 2023 को शीघ्र मेल द्वारा प्रतिक्रिया प्रस्तुत की, जिसकी सावधानीपूर्वक समीक्षा की गई और पुनर्विचार के लिए योग्यता की कमी पाई गई,’ यह पढ़ा।
उन्होंने पढ़ा कि DSEK द्वारा जारी नहीं किए जा रहे ‘धोखाधड़ी’ के पक्ष में कथित रूप से जारी नियुक्ति आदेश को कानून की नजर में शून्य और शून्य माना जाता है।
‘परिणामस्वरूप, उक्त फर्जी आदेश से प्राप्त किसी भी लाभ की तुरंत भरपाई की जाएगी और उक्त व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक आरोप लगाए जाएंगे,’ उन्होंने कहा।